नमस्ते! आइए, अपने किचन में बनाएं Bengali Shukto एक पारंपरिक बंगाली व्यंजन जो बंगाल की संस्कृति और स्वाद का अनोखा नमूना है! यह डिश विभिन्न ताज़ा सब्जियों जैसे कच्चा केला, बैंगन, मूली और करेले को हल्के मसालों और खसखस-दूध की हल्की ग्रेवी में पकाकर तैयार की जाती है, जो हर कौर में एक अनूठा कड़वा-मीठा स्वाद देती है। शुक्तो को आमतौर पर भोजन की शुरुआत में चावल के साथ परोसा जाता है, जो पेट और आत्मा दोनों को सुकून देता है।
इसे बनाना जितना आसान है, उतना ही मजेदार भी। घर में मौजूद सब्जियों और कुछ बंगाली मसालों जैसे पंच फोरन और खसखस के साथ आप इसे आसानी से तैयार कर सकते हैं। यह रेसिपी न सिर्फ आपके खाने को पौष्टिक और हल्का बनाएगी, बल्कि आपके परिवार को बंगाल के पारंपरिक स्वाद का अनुभव भी देगी। तो, चलिए, इस बंगाली शुक्तो को बनाकर अपने घर में बंगाल की खुशबू और स्वाद का जश्न मनाएं!
Bengali Shukto क्या है ?
बंगाली शुक्तो (Bengali Shukto) पश्चिम बंगाल का एक पारंपरिक और हेल्दी व्यंजन है, जिसे खासतौर पर दोपहर के खाने की शुरुआत में परोसा जाता है। यह डिश अलग-अलग सब्ज़ियों के मेल से बनती है, जैसे करेला (bitter gourd), कच्चा केला, आलू, बैंगन, सहजन (drumstick) और मूली। इन सब्ज़ियों को हल्के मसालों, सरसों के तेल और पिसी हुई सरसों या पॉप्पी सीड्स (खसखस) के पेस्ट के साथ पकाया जाता है। इसका स्वाद हल्का कड़वा, थोड़ा मीठा और बहुत ही बैलेंस्ड होता है।
शुक्तो बंगाली थाली का एक अहम हिस्सा है और माना जाता है कि खाने की शुरुआत हल्के कड़वे स्वाद से करने से पाचन बेहतर होता है। इसमें पंचफोरन (पांच मसालों का मिश्रण – मेथी, कलौंजी, जीरा, सौंफ और सरसों) का तड़का लगाया जाता है, जो इसे अपनी खास खुशबू और स्वाद देता है।
यह डिश साधारण दिखने के बावजूद बेहद soulful होती है और बंगाल की पारंपरिक किचन की झलक दिखाती है। शुक्तो को गरमागरम चावल के साथ खाने का अपना ही मज़ा है — हल्का, पौष्टिक और comfort food जैसा एहसास देने वाला। 🍲✨

Bengali Shukto का इतिहास और उत्पत्ति क्या है ?
शुक्तो बंगाल की पारंपरिक और बेहद अनोखी डिश है, जो अपने हल्के कड़वेपन और संतुलित स्वाद के लिए जानी जाती है। इसका इतिहास सदियों पुरानी बंगाली रसोई परंपरा से जुड़ा है। बंगाल में खाने की शुरुआत (भोजन का पहला कोर्स) अक्सर कड़वे स्वाद से की जाती थी, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार यह पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। इसी विचार से शुक्तो का जन्म हुआ, जिसमें करेला (bitter gourd), बैंगन, मूली, शकरकंद, और कभी-कभी कच्चा केला जैसी सब्ज़ियाँ एक साथ पकाई जाती हैं।
शुक्तो की उत्पत्ति को बंगाल के गृहस्थ भोजन और शाकाहारी परंपरा से जोड़ा जाता है। खासतौर पर यह व्यंजन बंगाली ब्राह्मण परिवारों में लोकप्रिय था, क्योंकि यहाँ प्याज-लहसुन का उपयोग नहीं किया जाता था। समय के साथ इसमें मेथी, सरसों का तेल, पिसा हुआ सरसों, दूध और पिसे हुए मसाले शामिल होकर इसका स्वाद और भी समृद्ध हो गया। यह डिश न केवल घरेलू भोजन का हिस्सा बनी, बल्कि त्योहारों और खास मौकों पर भी परोसी जाने लगी।
आज शुक्तो बंगाली खानपान की पहचान है — ऐसा व्यंजन जो परंपरा, स्वास्थ्य और स्वाद तीनों को एक साथ जोड़ता है। यह दिखाता है कि बंगाली रसोई में केवल तीखा या मीठा ही नहीं, बल्कि कड़वा और संतुलित स्वाद भी उतनी ही अहमियत रखता है।
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Bengali Shukto क्या खास है इस रेसिपी में !
Bengali Shukto बंगाल का एक बेहद अनोखा और पारंपरिक व्यंजन है, जिसकी सबसे खास बात है इसका हल्का कड़वा लेकिन संतुलित स्वाद। आमतौर पर भारतीय सब्ज़ियों में कड़वाहट से बचा जाता है, लेकिन Shukto इस सोच को बदल देती है। इसमें करेला (bitter gourd) जैसी कड़वी सब्ज़ी को भी इस तरह बाकी सब्ज़ियों और मसालों के साथ बैलेंस किया जाता है कि वो डिश का सबसे बड़ा आकर्षण बन जाती है।
इसकी खासियत ये भी है कि इसमें कई तरह की मौसमी सब्ज़ियाँ — जैसे करेला, सहजन, कच्चा केला, आलू, बैंगन, मूली और शकरकंद — एक साथ पकाई जाती हैं। इन्हें सरसों के तेल, पंचफोरन मसाले और हल्के से अदरक-सरसों के पेस्ट में पकाया जाता है। ऊपर से थोड़ा सा दूध या कभी-कभी पिसी हुई राई और घी डाला जाता है, जिससे स्वाद में नर्माहट और गहराई आ जाती है।
Bengali Shukto की एक और खूबसूरती है कि ये भोजन की शुरुआत में परोसी जाती है। बंगाली खाने में परंपरा है कि खाना एक हल्के और थोड़ा कड़वे व्यंजन से शुरू हो, ताकि भूख बढ़े और डाइजेशन बेहतर हो। Shukto इस रिचुअल को पूरी तरह निभाती है और पूरे मील को बैलेंस्ड बनाती है।
आख़िर में कहें तो Shukto सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि बंगाली संस्कृति और भोजन की फिलॉसफी का हिस्सा है। ये हमें सिखाती है कि स्वाद सिर्फ मीठा, नमकीन या मसालेदार ही नहीं — बल्कि कड़वाहट भी अपने आप में एक खासियत है। यही वजह है कि जो लोग इसे एक बार चख लेते हैं, उनके लिए ये सिर्फ एक सब्ज़ी नहीं, बल्कि एक यादगार अनुभव बन जाती है।
Bengali Shukto के तैयारी का समय
🕒 तैयारी का समय
- Prep Time: 15 मिनट
- Cooking Time: 25 मिनट
- कुल समय: लगभग 40 मिनट
Bengali Shukto के सामग्री की सूची (4 लोगों के लिए)
🥬 सब्ज़ियाँ
- करेला – 1 मध्यम (लंबी स्लाइस में कटा हुआ)
- कच्चा केला – 1 (लंबी स्लाइस में कटा)
- बैंगन – 1 छोटा (लंबाई में कटा)
- आलू – 1 मध्यम (लंबी फिंगर कट)
- शकरकंद – 1 छोटा (लंबी स्लाइस)
- मूली – 1 (लंबी स्लाइस)
- सहजन की फली (Drumstick) – 1 (टुकड़ों में कटी)
🌶️ अन्य सामग्री
- सरसों का तेल – 2 टेबलस्पून
- घी – 1 टीस्पून
- राई (सफ़ेद सरसों) – 1 टीस्पून
- तेज पत्ता – 1
- अदरक – 1 टीस्पून (पेस्ट)
- सरसों का पेस्ट (भीगा और पीसा हुआ) – 1 टेबलस्पून
- खसखस (पोस्ता) पेस्ट – 1 टेबलस्पून
- मेथीदाना – 1/4 टीस्पून
- दूध – 1/2 कप
- चीनी – 1/2 टीस्पून
- नमक – स्वाद अनुसार
- पंचफोरन (optional) – 1/2 टीस्पून
Bengali Shukto के बनाने की विधि (Step-by-Step Instructions)
स्टेप 1: सब्ज़ियों की तैयारी
- सब्ज़ियों को हल्का-सा तल लें ताकि उनका रंग और स्वाद बरकरार रहे।
- अलग रख दें।
स्टेप 2: मसाले का तड़का
- कढ़ाही में सरसों का तेल गरम करके स्मोक करें।
- तेज पत्ता, राई और मेथीदाना डालें।
- अदरक पेस्ट डालकर हल्का भूनें।
स्टेप 3: शुक्तो ग्रेवी
- अब सरसों का पेस्ट और खसखस का पेस्ट डालकर 2–3 मिनट भूनें।
- हल्दी और नमक डालें।
- तली हुई सब्ज़ियाँ डालकर अच्छे से मिलाएँ।
- आधा कप दूध और थोड़ा पानी डालकर ढककर पकाएँ।
- जब सब्ज़ियाँ नरम हो जाएँ, तो चीनी और थोड़ा घी डालकर हिलाएँ।
स्टेप 4: फाइनल टच
- गैस बंद करके ऊपर से घी डालें।
- गरमागरम शुक्तो परोसें।
🍽 परोसने के सुझाव
- इसे Steamed Rice (भात) के साथ सबसे पहले सर्व किया जाता है।
- बंगाली थाली में यह डाइजेशन सुधारने के लिए ज़रूरी डिश है।
🔥 कैलोरी जानकारी (Per Serving – ~200g Bengali Shukto)
- लगभग: 160–190 kcal
✅ Protein: 4–5g
✅ Fat: 8–9g
✅ Carbs: 20–22g
💡 क्योंकि यह उबली/हल्की तली सब्ज़ियों से बनती है, इसलिए यह एक लो-कैलोरी और हेल्दी डिश मानी जाती है।

स्टेप-बाय-स्टेप तरीका विस्तार से
स्टेप 1: सब्ज़ियों की तैयारी – रंग और स्वाद बरकरार
- सब्ज़ियाँ तैयार करो: कच्चा केला, आलू, बैंगन, मूली, करेला, परवल, और ड्रमस्टिक को धोकर छोटे टुकड़ों में काट लो। कच्चे केले और आलू को छील लो, और करेले को पतला काटो ताकि कड़वाहट कम रहे। टिप: कच्चे केले को काटने के बाद पानी में डाल दो, नहीं तो वो काला पड़ सकता है।
- सब्ज़ियाँ तलो: एक कड़ाही में 2 टेबलस्पून सरसों का तेल गर्म करो। सभी सब्ज़ियों को अलग-अलग बैच में हल्का सुनहरा होने तक तलो (प्रत्येक बैच के लिए 2–3 मिनट)। सब्ज़ियाँ पूरी तरह न पकाएँ, बस उनका रंग और टेक्सचर बरकरार रखने के लिए हल्का तलें। टिप: सरसों का तेल शुक्तो को ऑथेंटिक बंगाली फ्लेवर देता है, लेकिन रिफाइंड तेल भी यूज कर सकते हो।
- अलग रखो: तली हुई सब्ज़ियों को पेपर टॉवल पर निकालकर अतिरिक्त तेल सोख लो और अलग रख दो। टिप: अगर हेल्दी वर्जन चाहते हो, तो सब्ज़ियों को तलने की जगह भाप में हल्का पका लो।
स्टेप 2: मसाले का तड़का – बंगाली खुशबू
- तेल स्मोक करो: एक कड़ाही में 2 टेबलस्पून सरसों का तेल गर्म करो और हल्का स्मोक होने तक गरम करो। इससे तेल की कच्ची महक चली जाएगी। टिप: स्मोकिंग पॉइंट तक गर्म करने के बाद आंच को मध्यम कर लो।
- तड़का लगाओ: तेल में 1–2 तेज पत्ता, 1 टीस्पून राई, और ½ टीस्पून मेथीदाना डालो। 20–30 सेकंड तड़कने दो, जब तक मसालों की खुशबू न आए। फिर 1 टेबलस्पून अदरक पेस्ट डालकर 1 मिनट हल्का भूनो। टिप: मेथीदाना ज्यादा न भूनो, नहीं तो कड़वा हो सकता है।
स्टेप 3: शुक्तो ग्रेवी – फ्लेवर का मेल
- पेस्ट डालो: कड़ाही में 2 टेबलस्पून सरसों का पेस्ट और 1 टेबलस्पून खसखस का पेस्ट डालो। मध्यम आंच पर 2–3 मिनट भूनो, जब तक पेस्ट की कच्ची महक न जाए और तेल अलग न होने लगे। टिप: सरसों का पेस्ट अच्छे से भिगोकर पीस लो, इससे ग्रेवी स्मूद बनेगी।
- मसाले और सब्ज़ियाँ: ½ टीस्पून हल्दी पाउडर और स्वादानुसार नमक (लगभग 1 टीस्पून) डालो। तली हुई सब्ज़ियाँ डालकर मसाले के साथ अच्छे से मिलाओ। टिप: सब्ज़ियों को हल्के हाथों से मिलाओ ताकि वो टूटें नहीं।
- ग्रेवी बनाओ: ½ कप दूध और ½–1 कप पानी डालकर ग्रेवी को मनचाहा गाढ़ापन दे। कड़ाही को ढक दो और धीमी आंच पर 8–10 मिनट पकाओ, जब तक सब्ज़ियाँ नरम न हो जाएँ। ½ टीस्पून चीनी और 1 टेबलस्पून घी डालकर हल्के से हिलाओ। टिप: दूध ग्रेवी को हल्का क्रीमी और बंगाली स्टाइल का टच देता है। चीनी हल्की मिठास के लिए है, ज्यादा न डालो।
स्टेप 4: फाइनल टच – बंगाली स्टाइल
- सजावट: गैस बंद करो और ऊपर से 1 टेबलस्पून घी डालो। अगर चाहो, तो थोड़ा बारीक कटा हरा धनिया छिड़क दो। टिप: घी शुक्तो को रिच और ऑथेंटिक बंगाली फ्लेवर देता है।
- सर्व करो: शुक्तो को गरमागरम सादा चावल, लूची, या पराठा के साथ परोसो। साइड में नींबू स्लाइस और प्याज़ सलाद (प्याज़, नींबू का रस, चाट मसाला) रखो। टिप: सादा चावल या लूची के साथ शुक्तो का स्वाद दोगुना हो जाता है।
परोसने का तरीका
- शुक्तो को गरमागरम सर्व करो, ताकि मसालों की खुशबू और सब्ज़ियों का टेक्सचर बरकरार रहे। लूची या चावल को गर्म करके परोसो।
- अगर बंगाली थाली के लिए बना रहे हो, तो शुक्तो को मील की शुरुआत में सर्व करो, क्योंकि ये हल्का कड़वा और पाचक होता है।
- एक गिलास ठंडा जलजीरा या बंगाली स्टाइल मसूर दाल इसके साथ परफेक्ट रहेगा!
कुछ खास टिप्स
- सब्ज़ियाँ चुनते वक्त: शुक्तो में अलग-अलग टेक्सचर की सब्ज़ियाँ यूज करो, जैसे कड़वा (करेला), नरम (आलू), और क्रिस्पी (ड्रमस्टिक)। ताज़ा सब्ज़ियाँ यूज करो।
- ग्रेवी का बैलेंस: अगर सरसों का पेस्ट ज्यादा तीखा लगे, तो 1 टेबलस्पून दही या थोड़ा और दूध डालकर बैलेंस कर लो। ग्रेवी ज्यादा गाढ़ी हो तो थोड़ा और पानी डालो।
- हेल्दी वर्जन: सब्ज़ियों को तलने की जगह भाप में पका लो। सरसों का तेल कम (1 टेबलस्पून) यूज करो और घी की मात्रा आधी कर दो।
- मसाले का टच: अगर खसखस नहीं है, तो 1 टेबलस्पून नारियल का पेस्ट यूज कर सकते हो। सरसों का पेस्ट ताज़ा बनाओ, इससे फ्लेवर और बढ़ेगा।
Bengali Shukto Recipe Card

Bengali Shukto
Ingredients
Method
- सब्ज़ियों को हल्का-सा तल लें ताकि उनका रंग और स्वाद बरकरार रहे।
- अलग रख दें।
- कढ़ाही में सरसों का तेल गरम करके स्मोक करें।
- तेज पत्ता, राई और मेथीदाना डालें।
- अदरक पेस्ट डालकर हल्का भूनें।
- अब सरसों का पेस्ट और खसखस का पेस्ट डालकर 2–3 मिनट भूनें।
- हल्दी और नमक डालें।
- तली हुई सब्ज़ियाँ डालकर अच्छे से मिलाएँ।
- आधा कप दूध और थोड़ा पानी डालकर ढककर पकाएँ।
- जब सब्ज़ियाँ नरम हो जाएँ, तो चीनी और थोड़ा घी डालकर हिलाएँ।
- गैस बंद करके ऊपर से घी डालें।
- गरमागरम शुक्तो परोसें।
Video
Notes
Bengali Shukto के स्वाद और टेक्सचर!
बंगाली शुक्शो (Shukto) एक पारंपरिक बंगाली शाकाहारी व्यंजन है, जो अपनी अनोखी स्वाद प्रोफाइल और मिश्रित सब्जियों के लिए प्रसिद्ध है। इसका स्वाद हल्का कड़वा, मसालेदार, और थोड़ा मीठा होता है, जिसमें राई (सरसों के दाने), मेथी, और पांच फोरन (बंगाली मसाला मिश्रण) की सुगंध प्रमुख होती है। कड़वे स्वाद का श्रेय करेले या उच्चे (उड़द दाल की बड़ियों) को जाता है, जो डिश में एक संतुलित गहराई लाता है।
दूध या नारियल दूध की मलाईदारी और खसखस-काजू का पेस्ट ग्रेवी को चिकना और मखमली बनाता है। इसमें विभिन्न सब्जियाँ जैसे कच्चा केला, बैंगन, मूली, आलू, और बीन्स शामिल होती हैं, जो अलग-अलग टेक्सचर प्रदान करती हैं—कुछ नरम, कुछ कुरकुरी। यह डिश हल्की और पाचक होती है, जो बंगाली भोजन की शुरुआत के रूप में परोसी जाती है ताकि तालू को ताज़ा और संतुलित किया जाए। यह रोज़ाना के भोजन या उत्सवों के लिए आदर्श है।
Bengali Shukto के परोसने के सुझाव!
बंगाली शुक्शो को गरमा-गरम परोसें ताकि इसकी सुगंध और स्वाद बरकरार रहे। इसे सादे बासमती चावल के साथ परोसें, जो इसके हल्के कड़वे और मसालेदार स्वाद को संतुलित करता है। साइड में बंगाली स्टाइल दाल (मसूर या मूंग दाल) और तला हुआ पापड़ या भुना हुआ बैंगन रखें। अगर आप इसे पारंपरिक बंगाली थाली के हिस्से के रूप में परोस रहे हैं, तो इसे एक छोटे कटोरे में डालकर ऊपर से ताज़ा धनिया या थोड़ा घी छिड़कें।
नींबू की फांक और हरी मिर्च साथ में परोसने से स्वाद और बढ़ता है। पेय के लिए, ठंडा नींबू पानी या जलजीरा इसके स्वाद को पूरक बनाता है। इसे भोजन की शुरुआत में परोसें, क्योंकि बंगाली परंपरा में शुक्शो तालू को तैयार करने के लिए पहला व्यंजन होता है।
Bengali Shukto के संभावित बदलाव !
संभावित बदलाव (Variations):
- करेले के बिना: अगर कड़वाहट पसंद नहीं, तो करेले की जगह शिमला मिर्च या गाजर का उपयोग करें।
- नारियल दूध ट्विस्ट: दूध की जगह नारियल दूध डालकर ग्रेवी को और मलाईदार बनाएँ।
- जैन वर्जन: प्याज़ और लहसुन हटाकर, अदरक और हरी मिर्च की मात्रा बढ़ाएँ। मूली न डालें।
- प्रोटीन युक्त: उच्चे (उड़द दाल की बड़ियाँ) की मात्रा बढ़ाएँ या पनीर के टुकड़े डालें।
- हल्का मसालेदार: काली मिर्च और राई की मात्रा कम करके स्वाद को हल्का करें।
- सब्जियों का मिश्रण: मौसम के हिसाब से कद्दू, परवल, या लौकी जैसी सब्जियाँ शामिल करें।
Bengali Shukto बनाने के जरूरी टिप्स !!
जरूरी टिप्स (Cooking Tips & Tricks):
- सब्जियों की तैयारी: सभी सब्जियों को एकसमान आकार में काटें ताकि वे एकसमान पकें। करेले को नमक लगाकर 15 मिनट रखें और पानी निचोड़ लें ताकि कड़वाहट कम हो।
- पांच फोरन का उपयोग: बंगाली पांच फोरन (जीरा, सौंफ, मेथी, राई, और कलौंजी) को धीमी आँच पर भूनें ताकि उनकी सुगंध निकले।
- खसखस-काजू पेस्ट: खसखस और काजू को गर्म पानी में 15-20 मिनट भिगोकर पीस लें ताकि ग्रेवी चिकनी और मलाईदार बने।
- दूध का उपयोग: दूध या नारियल दूध को धीमी आँच पर डालें और लगातार हिलाएँ ताकि ग्रेवी न फटे।
- कड़वाहट का संतुलन: करेले की कड़वाहट को संतुलित करने के लिए थोड़ा गुड़ या चीनी डालें, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं।
- धीमी आँच पर पकाना: ग्रेवी को धीमी आँच पर 10-15 मिनट पकाएँ ताकि मसाले और सब्जियाँ अच्छे से मिल जाएँ।
Bengali Shukto बनाने मे सावधानियाँ!
सावधानियाँ (Precautions / Common Mistakes):
- ज्यादा कड़वाहट: करेले को बिना नमक लगाए इस्तेमाल करने से डिश बहुत कड़वी हो सकती है। हमेशा नमक लगाकर पानी निचोड़ें।
- मसालों का जलना: पांच फोरन या राई को तेज़ आँच पर भूनने से वे कड़वे हो सकते हैं। धीमी आँच का उपयोग करें।
- ग्रेवी का फटना: दूध या दही को तेज़ आँच पर डालने से ग्रेवी फट सकती है। इसे धीमी आँच पर और धीरे-धीरे मिलाएँ।
- सब्जियों का ज्यादा पकना: ज्यादा पकाने से सब्जियाँ गल सकती हैं और उनकी बनावट खराब हो सकती है। हर सब्जी का पकने का समय चेक करें।
- ज्यादा मसाले: ज्यादा राई या मेथी डालने से डिश का स्वाद असंतुलित हो सकता है। थोड़ा-थोड़ा डालकर चखें।
- पुरानी सब्जियाँ: ताज़ा सब्जियों का उपयोग करें, क्योंकि पुरानी सब्जियाँ स्वाद और पोषण को कम कर सकती हैं।
Bengali Shukto के स्वास्थ्य से जुड़े फायदे!
बंगाली शुक्शो एक पौष्टिक और संतुलित शाकाहारी व्यंजन है। पालक, मूली, और करेले में आयरन, विटामिन A, C, और फाइबर होते हैं, जो खून, त्वचा, और पाचन के लिए फायदेमंद हैं। उच्चे (उड़द दाल की बड़ियाँ) प्रोटीन और फाइबर का स्रोत हैं। हल्दी, जीरा, और मेथी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और पाचन गुण होते हैं। खसखस और काजू में हेल्दी फैट्स और मैग्नीशियम होता है। यह डिश हल्की और पाचक है, जो पेट के लिए अच्छी है। हालांकि, तेल और दूध की वजह से इसे कम तेल और दही के साथ बनाकर और हल्का किया जा सकता है।
Bengali Shukto के पोषण जानकारी (प्रति सर्विंग, लगभग 200 ग्राम)
पोषण जानकारी (प्रति सर्विंग, लगभग 200 ग्राम):
- कैलोरी: 200-250 किलो कैलोरी (तेल और दूध की मात्रा पर निर्भर)
- प्रोटीन: 6-8 ग्राम (उच्चे और खसखस से)
- फैट: 10-15 ग्राम (तेल, काजू, और दूध से)
- कार्बोहाइड्रेट: 20-25 ग्राम (सब्जियों से)
- फाइबर: 4-5 ग्राम (सब्जियों और मसालों से)
- विटामिन और मिनरल्स: विटामिन A, C, आयरन, और कैल्शियम की अच्छी मात्रा।
(नोट: यह पोषण जानकारी अनुमानित है और सामग्री की मात्रा व प्रकार के आधार पर बदल सकती है।)

🥗🌿 बंगाली शुक्तो – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. बंगाली शुक्तो क्या होता है?
उत्तर: शुक्तो एक पारंपरिक बंगाली डिश है जिसमें करेला, कच्चा केला, आलू, शकरकंद, बैंगन जैसी कई सब्ज़ियों को हल्के मसालों और दूध के साथ पकाया जाता है। इसका स्वाद हल्का कड़वा-मीठा होता है।
2. शुक्तो बंगाल में कब खाया जाता है?
उत्तर: शुक्तो आमतौर पर लंच (दोपहर के खाने) में चावल के साथ खाया जाता है और यह बंगाली भोजन की शुरुआत में परोसा जाता है।
3. शुक्तो का स्वाद कैसा होता है?
उत्तर: इसका स्वाद हल्का कड़वा लेकिन संतुलित होता है, क्योंकि इसमें करेला और अन्य मीठी-सब्ज़ियों का अच्छा मिश्रण होता है।
4. क्या शुक्तो में सरसों का पेस्ट डाला जाता है?
उत्तर: पारंपरिक शुक्तो में सरसों का पेस्ट नहीं डाला जाता। इसमें पिस्ता मसाला (paanch phoron), अदरक, और कभी-कभी पिसा हुआ पॉप्पी सीड (खसखस) डाला जाता है।
5. क्या शुक्तो को सिर्फ करेला से ही बनाया जा सकता है?
उत्तर: नहीं, शुक्तो हमेशा कई तरह की सब्ज़ियों का मिश्रण होता है। लेकिन करेला इसका अहम हिस्सा है जो इसके स्वाद को संतुलित करता है।
6. शुक्तो किसके साथ अच्छा लगता है?
उत्तर: इसे गर्मागर्म स्टीम्ड राइस (भात) के साथ खाना सबसे अच्छा होता है।
7. क्या शुक्तो हेल्दी है?
उत्तर: जी हाँ, शुक्तो हेल्दी है क्योंकि इसमें कई तरह की सब्ज़ियाँ होती हैं और बहुत कम मसाले डाले जाते हैं।
Bengali Shukto Video Recipe
बंगाली शुक्तो पर अंतिम निष्कर्ष
प्रिय मित्रों, बंगाली शुक्तो एक पारंपरिक बंगाली व्यंजन है जो अपनी अनूठी स्वाद और हल्की कड़वाहट के साथ बंगाल की समृद्ध खानपान संस्कृति को दर्शाता है। विभिन्न सब्जियों, मसालों और खसखस या सरसों के पेस्ट से बना यह व्यंजन न केवल स्वाद में संतुलित है, बल्कि पौष्टिकता से भी भरपूर है। शुक्तो का हल्का कड़वा और सुगंधित स्वाद इसे भोजन की शुरुआत के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है, जो पेट और आत्मा दोनों को सुकून देता है। चाहे इसे गरमा-गरम चावल के साथ परोसा जाए, यह हर बंगाली थाली को पूर्णता प्रदान करता है।
आइए, अपनी रसोई में बंगाली शुक्तो की इस पारंपरिक रेसिपी को बनाकर बंगाल के स्वाद का आनंद लें! अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस अनूठे व्यंजन को साझा करें और इसे अपने भोजन का हिस्सा बनाएं। अगर आपने अपनी शुक्तो रेसिपी में कोई खास ट्विस्ट जोड़ा हो, तो उसे हमारे साथ जरूर साझा करें। स्वाद, परंपरा और प्यार से भरे इस व्यंजन के साथ बंगाली खानपान का जश्न मनाएं!

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