नमस्ते! आइए, अपने किचन में बनाएं गुजरात की शान, Undhiyu Recipe – एक ऐसा व्यंजन जो स्वाद और परंपरा का अनूठा संगम है। यह रंग-बिरंगी सब्जियों और मसालों से भरी डिश गुजरात के हर घर की पहचान है, जो सर्दियों के मौसम में खासतौर पर बनाई जाती है। उंधियू का हर कौर आपको ताज़ा सब्जियों, मेथी मुठिया की नरम बनावट और मसालों की गर्माहट का मज़ा देता है। चाहे इसे गरमा-गरम पूरी के साथ परोसें या चावल के साथ, यह व्यंजन हर मौके को और भी खास बना देता है।
उंधियू बनाना एक उत्सव की तरह है, जहाँ हर सामग्री अपने आप में एक कहानी कहती है। घर में उपलब्ध ताज़ा सब्जियों और थोड़े से प्यार के साथ आप इसे आसानी से तैयार कर सकते हैं। यह रेसिपी आपके खाने को गुजराती संस्कृति का जायका देगी और आपके परिवार व दोस्तों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरेगी। तो, चलिए, इस स्वादिष्ट उंधियू को बनाकर अपने घर में गुजरात की खुशबू और स्वाद का जादू फैलाएं!
Undhiyu क्या है ?
उंधियू (Undhiyu) गुजरात की एक पारंपरिक और बेहद खास सब्ज़ी है, जो मुख्य रूप से सर्दियों के मौसम में बनाई जाती है। इसका नाम “उंधियू” दरअसल “उंधा” यानी उल्टा से आया है, क्योंकि पारंपरिक रूप से इसे मिट्टी के बर्तन को उल्टा करके धीमी आंच पर पकाया जाता था। ये एक मिक्स वेजिटेबल डिश है जिसमें मौसमी सब्ज़ियों जैसे शकरकंद, बैंगन, हरी मैथी, मूली, आलू, और खास तौर पर भरवां मटर या सुरती पापड़ी का इस्तेमाल होता है।
उंधियू की सबसे खास बात इसका मसाला होता है — हरा नारियल, धनिया, अदरक, लहसुन, हरी मिर्च, और थोड़ी सी मिठास जो गुड़ से आती है। इन सबका मिलाजुला स्वाद इसे अनोखा बनाता है। इसमें मेथी के मुठिये (छोटे बेसन और मेथी के पकौड़े) भी डाले जाते हैं जो इसे और भी स्वादिष्ट बना देते हैं। इसे धीमी आंच पर पकाया जाता है ताकि हर सब्ज़ी का स्वाद और texture बरकरार रहे।
उंधियू को आमतौर पर गरम-गरम पूरियों और छाछ के साथ परोसा जाता है। यह सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि गुजराती खाने की शान मानी जाती है — खासकर उत्तरायण (पतंग उत्सव) के समय इसका स्वाद दोगुना हो जाता है! अगर आप रंग-बिरंगे और भरपूर स्वाद वाले देसी खाने के शौकीन हैं, तो उंधियू ज़रूर ट्राय करें।

Undhiyu का इतिहास और उत्पत्ति क्या है ?
उंधियू गुजरात की एक पारंपरिक और बहुचर्चित सब्ज़ी है, जिसे खास तौर पर सर्दियों में बनाया जाता है। इसका नाम गुजराती शब्द “उंधु” से आया है, जिसका अर्थ है “उल्टा” — क्योंकि पारंपरिक तौर पर यह डिश मिट्टी के बर्तन को उल्टा करके धीमी आंच पर पकाई जाती थी। उंधियू की उत्पत्ति मुख्यतः दक्षिण गुजरात के ग्रामीण इलाकों से मानी जाती है, जहां खेतों से ताज़ी हरी सब्ज़ियाँ जैसे सुरती पापड़ी, शकरकंद, बैंगन, और मेथी के मुठिए ली जाती थीं और उन्हें एक साथ खास मसालों के साथ पकाया जाता था।
यह व्यंजन शाकाहारी संस्कृति वाले गुजरात की कृषि आधारित जीवनशैली को दर्शाता है, जहाँ मौसमी सब्ज़ियाँ, खास तौर पर सर्दियों में उगने वाली, एक ही पकवान में शामिल की जाती थीं ताकि पोषण और स्वाद दोनों मिले। धीरे-धीरे यह व्यंजन सिर्फ ग्रामीण इलाकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरे गुजरात में, खासकर उत्तरायण (मकर संक्रांति) जैसे त्योहारों पर इसकी विशेष जगह बन गई। आज उंधियू सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि गुजराती सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है — जिसमें मौसम, परंपरा और सामूहिकता का सुंदर संगम झलकता है।
Undhiyu क्या खास है इस रेसिपी में !
Undhiyu गुजरात की वो पारंपरिक रेसिपी है जो सिर्फ स्वाद नहीं, एक मौसम का जश्न भी है — खासकर सर्दियों का। इसकी सबसे खास बात ये है कि ये एक ही डिश में कई सब्ज़ियों, मसालों और टेक्सचर्स को इस तरह मिलाती है कि हर बाइट में कुछ नया मिलता है। Undhiyu कोई एक तरह की सब्ज़ी नहीं, ये एक पूरी थाली जैसे स्वाद का मेल है, जो सिर्फ गुजरातियों के लिए ही नहीं, बल्कि हर खाने के शौकीन के लिए ट्रीट है।
Undhiyu का मतलब ही होता है “उल्टा पकाना”, और यही इसे खास बनाता है। पारंपरिक तौर पर इसे माटी के बर्तन में, नीचे से आग देकर पकाया जाता है — यानी slow-cooking का कमाल, जिससे सारे स्वाद एक-दूसरे में घुल जाते हैं। इसमें शकरकंद, सुरन (जिमीकंद), बैंगन, हरे चने, मैथी के मुठिये और न जाने क्या-क्या होता है — और सबकुछ मसालेदार हरी ग्रेवी में पकता है, जिसमें नारियल, धनिया, तिल और खास गुजराती मसाले झलकते हैं।
एक और जो बात Undhiyu को स्पेशल बनाती है वो है इसका सीज़नल कनेक्शन। ये डिश आमतौर पर उत्तरायण (मकर संक्रांति) के आस-पास बनाई जाती है, जब सारी ताज़ी सब्ज़ियाँ मार्केट में मिलती हैं। ये ना सिर्फ एक डिश है, बल्कि एक पारिवारिक परंपरा है — जिसे बड़े चाव से बनाया और पूरे परिवार के साथ बैठकर खाया जाता है।
अंत में कहें तो Undhiyu सिर्फ पेट नहीं, दिल भी भर देती है। ये comfort food है, लेकिन ट्रेडिशनल ट्विस्ट के साथ। इसका हर स्वाद आपको घर की गर्माहट, मिट्टी की महक और सर्दियों की मिठास का एहसास कराता है। अगर आपने इसे अभी तक नहीं चखा — तो यकीन मानिए, एक जायका मिस कर रहे हैं!
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Undhiyu के तैयारी का समय
🕒 तैयारी का समय:
- तैयारी: 25 मिनट
- पकाने का समय: 40 मिनट
- कुल समय: लगभग 1 घंटा 5 मिनट
Undhiyu के सामग्री की सूची (4-5 लोगों के लिए)
🥦 मुख्य सब्ज़ियाँ:
- छोटी बैंगन – 4 (कटे बिना, बीच में चीरा लगाएं)
- आलू – 2 (मध्यम आकार के, आधा काटें)
- शकरकंद – 1 (छोटा टुकड़ों में काटें)
- कच्चे केले – 1 (छोटा टुकड़ों में काटें)
- सुरन (जिमीकंद) – 100 ग्राम (टुकड़ों में काटें)
- ताज़ी हरी फणस (जैकफ्रूट) या पापड़ी – 1 कप
- हरे मटर – 1/2 कप
🌿 मेथी मुठिये के लिए:
- मेथी के पत्ते – 1 कप (बारीक कटे)
- बेसन – 1/2 कप
- गेहूं का आटा – 2 टेबलस्पून
- लाल मिर्च पाउडर – 1/2 टीस्पून
- हल्दी – 1/4 टीस्पून
- धनिया पाउडर – 1 टीस्पून
- नमक – स्वादानुसार
- चुटकी भर बेकिंग सोडा
- 1 टीस्पून तेल (आटे में डालने के लिए)
- ज़रूरत अनुसार पानी
🌶️ मसाला भरावन के लिए (स्टफिंग):
- ताज़ा नारियल – 1/2 कप (कद्दूकस किया हुआ)
- धनिया पत्ती – 1/2 कप (बारीक कटा हुआ)
- हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी)
- अदरक – 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
- लहसुन – 3-4 कलियाँ (बारीक कटी)
- नींबू का रस – 1 टेबलस्पून
- तेल – 2 टेबलस्पून
- हल्दी पाउडर – 1/2 टीस्पून
- धनिया पाउडर – 1 टीस्पून
- जीरा पाउडर – 1/2 टीस्पून
- गरम मसाला – 1/2 टीस्पून
- नमक – स्वादानुसार
Undhiyu के बनाने की विधि (Step-by-Step Instructions)
स्टेप 1: मेथी मुठिये बनाना
- सभी मुठिये की सामग्री को मिलाकर मुलायम आटा गूंध लें।
- छोटे-छोटे मुठिये (गोल या अंडाकार आकार के) बनाकर तेल में धीमी आंच पर सुनहरे होने तक तलें।
– हेल्दी वर्जन में इन्हें भाप में भी पका सकते हैं।
स्टेप 2: मसाला भरावन तैयार करना
- सभी मसाले की सामग्री को एक बाउल में अच्छे से मिला लें।
- बैंगन, आलू, कच्चे केले और सुरन में हल्के चीरे लगाकर यह मसाला अंदर भर दें।
स्टेप 3: उंधियु पकाना
- एक भारी तले की कढ़ाही में 2-3 टेबलस्पून तेल गरम करें।
- सबसे नीचे कठोर सब्ज़ियाँ (सुरन, शकरकंद, आलू), फिर बैंगन, पापड़ी, मटर, केले की परत लगाएँ।
- बचा हुआ मसाला ऊपर से डालें और ढककर धीमी आंच पर पकाएँ।
– बीच-बीच में बहुत हल्के हाथों से चलाएँ ताकि सब्ज़ियाँ टूटें नहीं। - लगभग 30-35 मिनट तक पकाएँ या जब तक सब्ज़ियाँ नरम हो जाएँ।
- फिर मुठिये ऊपर रखें और 5-7 मिनट और पकाएँ।
🍽️ परोसने के सुझाव:
- गरमागरम उंधियु को पुरी, रोटी या छास (छाछ) के साथ परोसें।
- ऊपर से थोड़ा नींबू का रस या ताज़ा धनिया डालें।
💡 टिप्स:
- पारंपरिक “माटी के हांडे में उल्टा पकाना” तकनीक से इसका नाम “उंधियु” पड़ा है (Undhu = upside down in Gujarati).
- आप इसे प्रेशर कूकर में भी बना सकते हैं – 1 सीटी तेज आंच पर, फिर 5-7 मिनट धीमी आंच पर।
स्टेप-बाय-स्टेप तरीका विस्तार से
स्टेप 1: मेथी मुठिये बनाना – करी का स्टार!
- आटा गूँथो: एक बड़े बाउल में मेथी मुठिये की सारी सामग्री डालो – 1 कप बेसन, ½ कप गेहूँ का आटा, 2 टेबलस्पून सूजी, 1 कप बारीक कटी मेथी, ½ टीस्पून हल्दी, ½ टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, 1 टीस्पून धनिया पाउडर, ½ टीस्पून जीरा पाउडर, 1 टीस्पून अदरक-हरी मिर्च पेस्ट, 1 टीस्पून चीनी, ½ टीस्पून नमक, 1 टेबलस्पून नींबू का रस, और 1 टेबलस्पून तेल। सबको अच्छे से मिलाओ। अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए मुलायम आटा गूँथो। आटा न ज्यादा सख्त हो, न ज्यादा नरम – बस इतना कि मुठिये बनाए जा सकें। टिप: मेथी को अच्छे से धोकर और सुखाकर काटो, ताकि आटा गीला न हो जाए।
- मुठिये बनाओ और पकाओ: आटे से छोटे-छोटे गोल या अंडाकार मुठिये बनाओ, लगभग अंगूठे के आकार के। अब इन्हें पकाने के दो तरीके हैं:
- तलने का तरीका: एक कढ़ाही में तेल गर्म करो और मध्यम-धीमी आंच पर मुठियों को सुनहरा और क्रिस्पी होने तक तलो। तलने के बाद टिश्यू पेपर पर निकालो ताकि अतिरिक्त तेल सोख लिया जाए। टिप: धीमी आंच पर तलो, ताकि मुठिये अंदर से भी अच्छे से पक जाएँ।
- हेल्दी वर्जन (भाप में): एक स्टीमर में पानी गर्म करो। मुठियों को स्टीमर की ट्रे पर रखो और 10–12 मिनट तक भाप में पकाओ, जब तक वो सख्त न हो जाएँ। चाकू डालकर चेक करो – अगर चाकू साफ निकले, तो मुठिये तैयार हैं। टिप: भाप में पके मुठियों को हल्का सा तेल लगाकर रखो, ताकि वो सूखें नहीं।
स्टेप 2: मसाला भरावन तैयार करना – स्वाद का जादू
- मसाला मिलाओ: एक बाउल में मसाला भरावन की सारी सामग्री डालो – ½ कप कद्दूकस किया नारियल, ¼ कप बारीक कटा धनिया, 1 टेबलस्पून हरी मिर्च-अदरक पेस्ट, 2 टेबलस्पून धनिया पाउडर, 1 टेबलस्पून जीरा पाउडर, 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर, ½ टीस्पून हल्दी, 1–2 टीस्पून चीनी, नमक, 1 टेबलस्पून नींबू का रस, और 1 टेबलस्पून तेल। सबको अच्छे से मिलाओ। ये मसाला उंधियु को उसका खास गुजराती स्वाद देगा – हल्का मीठा, तीखा, और खट्टा। टिप: अगर ताज़ा नारियल नहीं है, तो सूखा नारियल भी चलेगा, बस उसे हल्का सा भून लो ताकि खुशबू बढ़े।
- सब्ज़ियों में मसाला भर दो: बैंगन, आलू, कच्चे केले, और सुरन में हल्के चीरे लगाओ (बैंगन में क्रॉस के आकार का चीरा, आलू और सुरन में हल्का सा गहरा चीरा)। अब इन चीरों में तैयार मसाला अच्छे से भर दो। थोड़ा मसाला बचा लो, जो बाद में ऊपर छिड़कने के लिए काम आएगा। टिप: चीरे इतने गहरे हों कि मसाला अंदर जाए, पर सब्ज़ी टूटे नहीं।
स्टेप 3: उंधियु पकाना – सब कुछ एकसाथ लाना
- तेल गर्म करो: एक भारी तले वाली कढ़ाही या गहरे बर्तन में 2–3 टेबलस्पून तेल गर्म करो। अगर ट्रेडिशनल तरीके से बनाना चाहते हो, तो मिट्टी का बर्तन (मटका) भी यूज कर सकते हो – ये उंधियु को और देसी टच देता है। टिप: सरसों का तेल या मूँगफली का तेल यूज करो, ये गुजराती फ्लेवर को और बढ़ाता है।
- सब्ज़ियों की परत लगाओ: कढ़ाही में सबसे नीचे कठोर सब्ज़ियाँ डालो – सुरन, शकरकंद, और आलू। इनके ऊपर बैंगन, फिर पापड़ी, हरे मटर, और कच्चे केले की परत लगाओ। ये लेयरिंग जरूरी है, क्योंकि कठोर सब्ज़ियों को पकने में ज्यादा समय लगता है। टिप: सब्ज़ियों को ज्यादा टाइट न भरें, थोड़ा स्पेस छोड़ो ताकि वो अच्छे से पक सकें।
- मसाला और पकाना: बचा हुआ मसाला सब्ज़ियों के ऊपर छिड़क दो। अब ½ कप गर्म पानी डालो (अगर ज्यादा ग्रेवी चाहिए, तो 1 कप तक डाल सकते हो)। कढ़ाही को ढक दो और धीमी आंच पर 30–35 मिनट तक पकाओ। बीच-बीच में बहुत हल्के हाथों से चेक करो और चलाओ, ताकि सब्ज़ियाँ टूटें नहीं। सब्ज़ियाँ नरम हो जानी चाहिए। टिप: अगर प्रेशर कूकर यूज कर रहे हो, तो 1–2 सीटी तक पकाओ, पर ध्यान रखो कि सब्ज़ियाँ ज्यादा गल न जाएँ।
- मुठिये डालो: जब सब्ज़ियाँ पक जाएँ, तो तैयार मेथी मुठिये ऊपर से डालो और हल्के से मिलाओ। 5–7 मिनट और पकाओ, ताकि मुठिये करी का फ्लेवर सोख लें। टिप: मुठियों को ज्यादा न चलाओ, नहीं तो वो टूट सकते हैं।
Undhiyu Recipe Card

Undhiyu Recipes
Ingredients
Method
- सभी मुठिये की सामग्री को मिलाकर मुलायम आटा गूंध लें।
- छोटे-छोटे मुठिये (गोल या अंडाकार आकार के) बनाकर तेल में धीमी आंच पर सुनहरे होने तक तलें।
- – हेल्दी वर्जन में इन्हें भाप में भी पका सकते हैं।
- सभी मसाले की सामग्री को एक बाउल में अच्छे से मिला लें।
- बैंगन, आलू, कच्चे केले और सुरन में हल्के चीरे लगाकर यह मसाला अंदर भर दें।
- एक भारी तले की कढ़ाही में 2-3 टेबलस्पून तेल गरम करें।
- सबसे नीचे कठोर सब्ज़ियाँ (सुरन, शकरकंद, आलू), फिर बैंगन, पापड़ी, मटर, केले की परत लगाएँ।
- बचा हुआ मसाला ऊपर से डालें और ढककर धीमी आंच पर पकाएँ।
- – बीच-बीच में बहुत हल्के हाथों से चलाएँ ताकि सब्ज़ियाँ टूटें नहीं।
- लगभग 30-35 मिनट तक पकाएँ या जब तक सब्ज़ियाँ नरम हो जाएँ।
- फिर मुठिये ऊपर रखें और 5-7 मिनट और पकाएँ।
Video
Notes
Undhiyu के स्वाद और टेक्सचर!
उंधियू एक पारंपरिक गुजराती व्यंजन है, जो अपनी जटिल और समृद्ध स्वाद प्रोफाइल के लिए जाना जाता है। यह डिश मौसमी सब्जियों, मसालों और मेथी मुठिया के मिश्रण से बनती है, जो इसे एक अनूठा स्वाद देता है। इसका स्वाद हल्का मीठा, तीखा और मसालेदार होता है, जिसमें धनिया, जीरा, और हरी मिर्च की तीव्रता के साथ नारियल और तिल की नट्टी गहराई शामिल होती है।
मेथी मुठिया की कुरकुरी बनावट और नरम सब्जियाँ जैसे बैंगन, सुरती पापड़ी, और शकरकंद ग्रेवी में मिलकर एक संतुलित टेक्सचर प्रदान करते हैं। ग्रेवी गाढ़ी और मसालेदार होती है, जो जीभ पर एक सौम्य, मलाईदार अहसास छोड़ती है। ताज़ा हरा धनिया और नारियल की कतरन इसकी खुशबू को और बढ़ाते हैं, जो इसे हर कौर में लज़ीज़ बनाता है।
Undhiyu के परोसने के सुझाव!
उंधियू को गरमा-गरम परोसना सबसे अच्छा है, ताकि इसकी सुगंध और स्वाद बरकरार रहे। इसे मुलायम पूरियों, रोटी, या गुजराती रोटली के साथ परोसें। साइड में कढ़ी, पापड़, और गुजराती अचार (जैसे गोरकेरी) डालें। एक ताज़ा सलाद के लिए ककड़ी, प्याज़, और टमाटर का सलाद नींबू के रस के साथ परोसें। अगर आप इसे उत्सव जैसे उत्तरायण के लिए बना रहे हैं, तो इसे मिट्टी के मटके या गहरे बाउल में परोसकर ऊपर से ताज़ा धनिया और भुने तिल छिड़कें। इसके साथ ठंडी छाछ या जलजीरा इसके मसालों को संतुलित करता है। उंधियू को थोड़ा तेल या घी के साथ परोसने से इसका स्वाद और भी निखरता है।

Undhiyu के संभावित बदलाव !
- जैन उंधियू: जैन संस्कृति के लिए, प्याज़, लहसुन, और रतालू (जड़ वाली सब्जियाँ) हटाकर इसे बनाएँ। स्वाद के लिए अतिरिक्त नींबू का रस और हरी मिर्च डालें।
- मिक्स्ड वेज उंधियू: अगर कुछ मौसमी सब्जियाँ उपलब्ध न हों, तो गाजर, फूलगोभी, या बीन्स का उपयोग करें।
- मसाला वैरिएशन: अगर आप तीखा पसंद करते हैं, तो हरी मिर्च या लाल मिर्च पाउडर की मात्रा बढ़ाएँ।
- मुठिया वैरिएशन: मेथी की जगह पालक, मूली के पत्ते, या मिक्स हर्ब्स से मुठिया बनाएँ। आप मुठिया में कॉर्नमील या बाजरे का आटा भी मिला सकते हैं।
- नारियल दूध ट्विस्ट: ग्रेवी को और मलाईदार बनाने के लिए थोड़ा नारियल दूध डालें, जो इसे दक्षिण भारतीय टच देगा।
- बेक्ड उंधियू: पारंपरिक मटके की जगह, आप इसे ओवन में बेक करके हल्का और कम तेल वाला बना सकते हैं।
Undhiyu बनाने के जरूरी टिप्स !!
- सब्जियों की तैयारी: सभी सब्जियों को एकसमान आकार में काटें ताकि वे एकसाथ पकें। सुरती पापड़ी और बैंगन को हल्का चीरा लगाकर मसाला भरें, जिससे स्वाद अंदर तक जाए।
- मुठिया बनाना: मेथी मुठिया को नरम और कुरकुरा बनाने के लिए बेसन और आटे का अनुपात सही रखें। इन्हें तलने से पहले अच्छी तरह बांध लें, ताकि वे टूटें नहीं।
- मसालों का संतुलन: धनिया-जीरा पाउडर और हरी मिर्च को धीमी आँच पर भूनें ताकि उनकी सुगंध निकले, लेकिन जलें नहीं।
- मटके में पकाना: पारंपरिक उंधियू को मटके में धीमी आँच पर पकाएँ। अगर मटका उपलब्ध न हो, तो भारी तले वाले बर्तन का उपयोग करें।
- तेल का उपयोग: उंधियू में तेल थोड़ा ज्यादा लगता है, लेकिन इसे कम करने के लिए सब्जियों को पहले भाप में पकाएँ।
- अजवाइन का टच: ग्रेवी में थोड़ी अजवाइन डालने से पाचन में मदद मिलती है और स्वाद बढ़ता है।
Undhiyu बनाने मे सावधानियाँ!
- सब्जियों का अधपकना: सभी सब्जियाँ अलग-अलग समय में पकती हैं, इसलिए उन्हें सही क्रम में डालें। रतालू और शकरकंद को पहले पकाएँ, फिर नरम सब्जियाँ जैसे बैंगन डालें।
- मसालों की अधिकता: ज्यादा मसाले डालने से डिश का स्वाद असंतुलित हो सकता है। हमेशा थोड़ा-थोड़ा डालकर चखें।
- मुठिया का टूटना: मुठिया को ज्यादा नरम या ज्यादा सख्त न बनाएँ। सही मात्रा में पानी और तेल डालकर आटा गूंधें।
- तेल की अधिकता: ज्यादा तेल डालने से डिश भारी हो सकती है। तेल को मापकर डालें और सब्जियों को पहले भाप में पकाने की कोशिश करें।
- मटके का टूटना: अगर मटके में पका रहे हैं, तो उसे पहले पानी में भिगोकर धीमी आँच पर रखें, वरना वह टूट सकता है।
- बासी मसाले: पुराने मसालों का उपयोग न करें, क्योंकि वे स्वाद और सुगंध को कम करते हैं।
Undhiyu के स्वास्थ्य से जुड़े फायदे!
उंधियू एक पौष्टिक व्यंजन है, क्योंकि इसमें कई तरह की मौसमी सब्जियाँ शामिल होती हैं। सुरती पापड़ी, रतालू, और शकरकंद फाइबर, विटामिन A, और पोटैशियम से भरपूर होते हैं, जो पाचन और हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। मेथी मुठिया में मेथी के पत्ते ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
नारियल और तिल में हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो त्वचा और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद हैं। हल्दी और अजवाइन जैसे मसाले पाचन को बेहतर करते हैं और सूजन को कम करते हैं। हालांकि, तेल और बेसन की वजह से यह डिश कैलोरी में उच्च हो सकती है, इसलिए इसे संयमित मात्रा में खाएँ। कम तेल और भाप में पकाकर इसे हल्का बनाया जा सकता है।
Undhiyu के पोषण जानकारी (प्रति सर्विंग, लगभग 200 ग्राम)
- कैलोरी: 300-350 किलो कैलोरी (तेल और मुठिया की मात्रा पर निर्भर)
- प्रोटीन: 6-8 ग्राम (बेसन और सब्जियों से)
- फैट: 15-20 ग्राम (तेल, नारियल, और तिल से)
- कार्बोहाइड्रेट: 30-35 ग्राम (सब्जियाँ और बेसन से)
- फाइबर: 5-7 ग्राम (सब्जियों और मेथी से)
- विटामिन और मिनरल्स: विटामिन A, C, K, आयरन, और पोटैशियम की अच्छी मात्रा।
(नोट: यह पोषण जानकारी अनुमानित है और सामग्री की मात्रा व प्रकार के आधार पर बदल सकती है।)
उंधियु – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. उंधियु क्या होता है?
उत्तर: उंधियु एक पारंपरिक गुजराती मिक्स वेजिटेबल डिश है जो खास तौर पर सर्दियों में बनाई जाती है। इसमें कई तरह की हरी सब्ज़ियां, मेथी के मुठिया, मसाले और तेल डालकर धीमी आंच पर पकाया जाता है।
2. उंधियु का नाम “उंधियु” क्यों है?
उत्तर: “उंधियु” शब्द “उंधा” यानी उल्टा से आया है, क्योंकि इसे पारंपरिक तौर पर मिट्टी के बर्तन को उल्टा कर के धीमी आंच पर पकाया जाता था।
3. उंधियु में कौन-कौन सी सब्ज़ियां डाली जाती हैं?
उत्तर: इसमें हरी सुरती पापड़ी, बैंगन, आलू, शकरकंद, कच्चा केला, मेथी मुठिया और कभी-कभी तुवर (फ्रेश हरा चना) डाले जाते हैं। ये सब्ज़ियां खास तौर पर सर्दियों में मिलती हैं।
4. मेथी मुठिया क्या होती है? क्या यह ज़रूरी है?
उत्तर: मेथी मुठिया बेसन और मेथी (फेनुग्रीक) से बनी छोटी पकौड़ी जैसी होती है, जो उंधियु का स्वाद और टेक्सचर बढ़ाती है। यह पारंपरिक उंधियु का अहम हिस्सा होती है।
5. क्या उंधियु को बिना लहसुन-प्याज के बनाया जा सकता है?
उत्तर: हां, बिलकुल! गुजराती ब्राह्मण या जैन स्टाइल उंधियु में लहसुन-प्याज का उपयोग नहीं किया जाता। इसका स्वाद फिर भी बहुत बढ़िया रहता है।
6. उंधियु को किन चीज़ों के साथ परोसा जाता है?
उत्तर: उंधियु को गरमा-गरम पूरी, रोटी या खिचड़ी के साथ परोसा जाता है। इसे मीठी गुड़ की छाछ या श्रीखंड के साथ भी परोसा जाता है।
7. क्या उंधियु को पहले से बना कर रखा जा सकता है?
उत्तर: हाँ, उंधियु को एक दिन पहले बनाकर भी खाया जा सकता है। कुछ लोगों को इसका स्वाद अगले दिन और भी अच्छा लगता है क्योंकि मसाले अच्छी तरह मिल जाते हैं।
Undhiyu Video Recipe
उंधियू पर अंतिम निष्कर्ष
प्रिय मित्रों, उंधियू गुजरात की एक ऐसी पारंपरिक रेसिपी है जो मौसमी सब्जियों और सुगंधित मसालों के मेल से हर दिल को जीत लेती है। यह व्यंजन न केवल स्वाद में अनूठा है, बल्कि गुजराती संस्कृति की गर्मजोशी और आतिथ्य को भी दर्शाता है। उंधियू का हर कौर आपको इसके समृद्ध स्वाद और बनावट के जादू में डुबो देता है, चाहे वह मूठिया की नरमी हो या सब्जियों की ताजगी। इसे बनाना एक उत्सव की तरह है, जो परिवार और दोस्तों को एक साथ लाता है।
तो आइए, इस सर्दी के मौसम में अपनी रसोई में उंधियू की खुशबू बिखेरें! इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनाएं, इसे पूरी या पराठे के साथ परोसें, और अपने प्रियजनों के साथ गुजराती स्वाद का आनंद लें। अपनी उंधियू रेसिपी में कोई खास ट्विस्ट जोड़ा हो, तो हमें जरूर बताएं। मिलकर स्वाद और खुशियों का उत्सव मनाएं!

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